
Contents
- 1 What is RAM in Hindi
- 1.1 What Is RAM In Hindi
- 1.2 RAM Full Form
- 1.3 Types Of Ram In Hindi? रैम के प्रकार
- 1.4 RAM के कार्य (Functions of RAM in Hindi)
- 1.5 RAM का इतिहास (History of RAM In Hindi)
- 1.6 RAM कैसे काम करता है?
- 1.7 Difference Between Ram And Rom | RAM और ROM में क्या अंतर हैं?
- 1.8 RAM की विशेषताएं (Features Of RAM In Hindi)
- 1.9 आज हम ने सीखा
What is RAM in Hindi
What is RAM in Hindi | Types of RAM in Hindi :- आज के इस Artical मे हम जानेंगे की What is RAM in Hindi। Types of RAM in Hindi। Functions of RAM । RAM के बारे मे पूरी जानकारी जानने के लिए इस Artical को पूरा जरूर पड़े।
What Is RAM In Hindi
रैम एक प्रकार का मेमोरी होता है, जो कंप्यूटर में चल रहे प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर को अस्थाई तौर पर स्टोर करता हैं। जबतक कंप्यूटर चलता रहता है, या जबतक सॉफ्टवेयर ओपन रहता है, तब तक रैम उसे स्टोर करता हैं। और एक बाद कंप्यूटर बंद होने पर इसमें स्टोर सभी डाटा डिलीट हो जाते हैं।
RAM का Full Form है Random Access Memory, इसको Direct Access Memory भी बोला जाता है। यह Memory ज्यादा दौर पर Computer में कम Size में रहती है। Secondary Memory की तुलना में यह कम होती है जैसे Mobile में 1GB, 2GB, 3GB, 4GB, 6GB तक होती है। तो अगला सवाल आता है RAM का काम क्या है? जब भी आप अपने Mobile को चलाते हो तो उसमें Game खेलते हो, बहुत सारे Application चलाते हो, Edit वगैरा करते हो इन सबके लिए Mobile को Space चाहिए और ये Space RAM ही से आता है।
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और एक आसान सा उदाहरण लेकर बताता हूं, आपको जब आप क्रिकेट खेलते हो तो वह Bathroom में जाकर तो नहीं खेलते उसके लिए तो ज्यादा जगह चाहिए जैसे की Playground या फिर गली में, तो ऐसे ही आप जब भी Mobile में दिनभर कुछ भी काम करते हो वह सब काम जिस Memory में होता है वह RAM ही होता है,
इसलिए बोलते हैं के RAM ज्यादा हुआ तो उतना ज्यादा Application अपने Mobile में एक साथ चला सकते हो RAM क्या करता है जब आप Movie देखते हो या फिर गाना सुनते हो यह गाने या Movie Memory कार्ड में रहते हैं, CPU क्या करता है Movie को Memory कार्ड से निकालता है और RAM में Movie को Play करता है। जितना ज्यादा Application आप एक साथ चलाओगे उतना ही ज्यादा RAM इस्तेमाल होगा।
और Mobile Slow होगा या फिर Hang होगा इसलिए जितना हो सके RAM को Free रखिए। यह खाली हो जाती है जब बिजली चलनी बंद हो जाती है Mobile के अंदर। अच्छे से समझो आपका Mobile फोन बंद हो जाता है मतलब आप अगर 4 से 5 Application अपने Mobile में खोल रखे हो और आपका Mobile को बंद कर देते हो और फिर से On करते हो तो आप देखे होंगे आपके सारे Application बंद हो जाते हैं इसलिए इस Memory को Volatile Memory भी बोला जाता है ,आप जान ही गए RAM क्या होता है।
RAM Full Form
RAM Full Form है Random Access Memory
Types Of Ram In Hindi? रैम के प्रकार
अब मैं आपको बताऊंगा कि RAM कितने प्रकार के होते हैं और क्या क्या होते हैं वैसे तो दो प्रकार के होते हैं
1. Static RAM
2. Dynamic RAM
1. Static RAM क्या है
ये Static सब्द से ही पता चल रहा है, ये स्थिर है मतलब इसमें Data तब तक रहेगा जब तक इस में बिजली आती रहेगी। इसको SRAM भी बोला जाता है। ये Chip 6 Transistor इस्तेमाल करता है और कोई भी capacitor नहीं, transistors को Leakage को रोकने के लिए power नहीं चाहिए ये power मतलब Electricity। इसको बार बार Refersh करने की कोई जरुरत नहीं Data स्थिर रहता है।
SRAM को DRAM से भी ज्यादा Chips चाहिए। समान size का Data को Store करने के लिए.इसलिए SRAM को बनाने में पैसे अधिक लगते है DRAM की तुलना में, इसलिए SRAM कों Cache Memory के हिसाब से इस्तेमाल होता है, Cache Memory सबसे तेज है बाकि सब से।
Characteristic Of SRAM in Hindi
2. Dynamic RAM क्या है
इसको DRAM भी बोला जाता है, ये SRAM का पूरा विपरीत है। इसको बार बार refresh करने की जरुरत है, अगर Data को बरक़रार रखना है तो। ये केवल तभी संभव हो सकता है जब इस Memory को एक refresh CIRCUIT के साथ जोड़ा जाये। अधिकांस समय इस DRAM को System Memory बनाने में इस्तेमाल होता है। ये DRAM एक Capacitor और एक Transistor से बना है।
Characteristics Of DRAM in Hindi
RAM के कार्य (Functions of RAM in Hindi)
RAM का कार्य निम्नलिखित है।
- Computer में RAM का कार्य मुख्य मेमोरी के रुप में होता है।
- RAM का कार्य CPU को Data और Instructions देना होता है।
- RAM का कार्य Computer को कार्य करने के लिए Space देना होता है।
- RAM का कार्य Computer में हो रहे वर्तमान कार्य का Data, Program, Instructions या Command Load करना होता है।
तो यहाँ हमने RAM के कुछ कार्य बताया है। Computer के Start होते ही RAM कार्य करने लगती है और Computer को Start होने के लिए भी RAM की जरुरत होती है। क्योंकि Computer को Start करने वाले जरुरी Program जैसे; BIOS और Operating System भी RAM में Load होने के पश्चात कार्य करते हैं और Computer Start करते हैं।
RAM का इतिहास (History of RAM In Hindi)
- RAM की पहली प्रकार 1947 में विलियम्स ट्यूब के साथ आया था | इसका उपयोग CRT (कैथोड रे ट्यूब) में किया गया था ।
- RAM की दूसरी प्रकार magnetic-core memory थी जिसका आविष्कार भी 1947 में हुआ था | यह छोटे धातु के छल्ले और तारों से बना था। जिसमें एक ring एक बिट डेटा स्टोर कर सकती थी,और इसे किसी भी समय एक्सेस किया जा सकता था।
- आज के समय में जो RAM उपयोग होती है वो एक solid-state memory है जिसे 1968 में Robert Dennard द्वारा IBM Thomas J Watson Research Centre में बनाया गया था | इसे मुख्य रूप से dynamic random access memory (DRAM) के रूप में जाना जाता है जिसमे Bit को स्टोर करने के लिए ट्रांजिस्टर होते है तथा ट्रांजिस्टर को मेंटेन करने के लिए लगातार बिजली की supply आवश्यक होती है।
- इंटेल ने अक्टूबर 1969 में, Intel 1103 RAM पेश किया था जिसे इंटेल का अपना पहला DRAM कहा जाता है, साथ ही यह इनका व्यावसायिक रूप से मार्केट में उपलब्ध पहला DRAM था।
- सैमसंग ने KM48SL2000 सिंक्रोनस DRAM (SDRAM) 1993 में पेश किया।
- DDR SDRAM 1996 में, व्यावसायिक रूप से मार्किट में उपलब्ध हुवा।
- RDRAM 1999 में कंप्यूटरों के लिए उपलब्ध हुवा।
- DDR2 SDRAM की बिक्री 2003 में शुरू हुई।
- DDR3 SDRAM की बिक्री जून 2007 में शुरू हुई।
- DDR4 सितंबर 2014 से मार्केट में उपलब्ध हो गया है।
RAM कैसे काम करता है?
RAM का Computer में क्या काम होता है। ये तो आपने जान लिया। चलिए अब जानते हैं कि RAM कैसे काम करता है। आपने भी अपने मोबाइल फोन या कंप्यूटर में फोटो, विडियो, ऑडियो, डॉक्युमेंट और एप्लीकेशन इत्यादि Download किया होगा। जब इसे Download किया जाता है। तब यह मोबाइल फोन या कंप्यूटर के अन्य Internal या External Device में Store हो जाता है। लेकिन जब इसका उपयोग करते हैं। तब यह RAM में Load हो जाता है। RAM की Speed अधिक होती है। जिसके चलते मोबाइल फोन या कंप्यूटर इन कार्यों को Fast कर देता है।
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RAM से Data Sets के रुप में CPU को जाता है। जिसके बाद Process होता है और परिणाम देता है। लेकिन जब कम क्षमता के RAM वाले मोबाइल फोन या कंप्यूटर में एक साथ कई Application चालू करते हैं। या फिर एक साथ बहुत सारे कार्य करने लगते हैं। तब System Hang होना शुरू होता है। इसलिए किसी भी Device को अच्छे से कार्य करने के लिए उच्च क्षमता वाले RAM का होना आवश्यक होता है। RAM की क्षमता को MB, GB तथा Speed को MHz, GHz में मापा जाता है।
Difference Between Ram And Rom | RAM और ROM में क्या अंतर हैं?
अब चलिए जानते हैं की आख़िर RAM और ROM में क्या अंतर हैं विस्तार में :-
RAM | ROM |
---|---|
RAM का फुल फॉर्म Random Access Memory होता हैं। | ROM का फुल फॉर्म Read Only Memory होता हैं। |
RAM Volatile मेमोरी होती हैं। | ROM Non-Volatile मेमोरी होती हैं। |
RAM, डाटा को Temporary Store करता हैं। | ROM, डाटा को Permanent Store करता हैं। |
RAM की स्टोरेज कैपेसिटी GB (Gigabytes) में होती हैं। | ROM की स्टोरेज कैपेसिटी MB (Megabytes) में होती हैं। |
RAM की डाटा एक्सेस करने की स्पीड फ़ास्ट होती हैं। | ROM की डाटा एक्सेस करने की स्पीड slow होती हैं। |
RAM का काम कंप्यूटर या मोबाइल में मौजूद programs को Run करने का होता हैं। | ROM का काम डिवाइस में मौजूद डाटा को परमानेंट स्टोर करना हैं। |
RAM की विशेषताएं (Features Of RAM In Hindi)
RAM की मुख्य विशेषताए निम्नलिखित है।
- RAM अन्य Storage Devices की तुलना में तेज होता है। यानी RAM जितना Speed किसी Memory की नहीं होती है।
- RAM एक तरह का Volatile Memory यानी अस्थायी मेमोरी है।
- RAM को Computer में Primary Memory या Main Memory के रुप में प्रयोग किया जाता है।
- RAM को बनाने में लागत अधिक होती है। इस कारण यह अन्य Memory की तुलना में महंगा भी होता है।
- RAM, CPU का भाग होता है। CPU, RAM को Direct Access कर सकता है।
- RAM के बिना Computer Start भी नहीं हो सकता है।
आज हम ने सीखा
तो दोस्तों मेने आपको इस artical मे मेने What is RAM in Hindi | Types of RAM in Hindi के बारे मे बताया है।अगर आपको ये artical अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें |
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