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What Is BIOS In Hindi Types Of BIOS

What Is BIOS In Hindi Types Of BIOS :- आज की पोस्ट में हम आपको बताने वाले हैं | BIOS क्या है? What is BIOS in Hindi | Types Of BIOS In Hindi तो दोस्तों BIOS के बारे मे जानने के लिए इस पोस्ट को पूरा जरूर पड़े | कंप्यूटर स्टार्ट करने पर सबसे पहले जो स्क्रीन दिखाई देती है उसे हम बॉयोस ( BIOS) कहते हैं

इसे सिस्टम बॉयोस ( BIOS) पीसी बॉयोस ( BIOS) भी कहते हैं यह एक सॉफ्टवेयर होता है जो कि मदरबोर्ड के साथ जुड़ा रहता है कंप्यूटर चालू होते ही यह भी अपने आप स्टार्ट हो जाता है बॉयोस ( BIOS) कंप्यूटर के ऑन होने पर प्रोसेसर, कीबोर्ड, हार्ड डिस्क की पहचान कर उन्हें ( Configure) करता है|



What Is BIOS In Hindi ?

BIOS कंप्‍यूटर सिस्टिम का एक हिस्‍सा है| BIOS पीसी के फर्मवेयर का एक प्रकार है और यह पीसी के बूटींग प्रोसेस (स्‍टार्ट-अप) प्रक्रिया के दौरान इस्‍तेमाल होता है|पीसी के ऑन होनेपर शुरू होनेवाला यह पहला सॉफ्टवेयर है। ऑपरेटिंग सिस्टम लोड करते समय, BIOS कंप्‍यूटर के सभी हार्डवेयर जैसे रॅम, प्रोसेसर, किबोर्ड, माउस, हार्ड ड्राइव आदि की पहचान करता है और इन्‍हे कन्फिग्यर करता है और इसके बाद ही कंप्‍यूटर मेमरी में ऑपरेटींग सिस्टिम लोड होती है|

BIOS Full Form In Hindi 

BIOS full form = BIOS का फुल फॉर्म Basic Input/Output System होता है. BIOS (Basic Input/Output System) वह प्रोग्राम है जिसे कंप्यूटर का माइक्रोप्रोसेसर, कंप्यूटर सिस्टम को चालू करने के बाद शुरू करने के लिए उपयोग करता है. यह कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) और इससे जुड़े उपकरणों जैसे हार्ड डिस्क, वीडियो एडेप्टर, कीबोर्ड, माउस और प्रिंटर के बीच Data flow को भी Manage करता है

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BIOS का इतिहास – History Of BIOS In Hindi

BIOS शब्द सबसे पहले 1975 में अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक Gary Kildall द्वारा इस्तेमाल किया गया था. इसे 1981 में IBM के पहले पर्सनल कंप्यूटर में शामिल किया गया था और आने वाले वर्षों में इसने अन्य पीसी के भीतर लोकप्रियता हासिल की और कंप्यूटर का एक अभिन्न अंग बन गया




हालांकि, एक नई तकनीक Unified Extensible Firmware Interface (UEFI) के आने से BIOS की लोकप्रियता कम हो गई है. intel ने 2017 में BIOS सिस्टम के लिए 2020 तक समर्थन को समाप्त करने की योजना की घोषणा की और उन्हें UEFI के साथ बदल दिया गया

BIOS कितने होते हैं? Types Of BIOS In Hindi

BIOS दो प्रकार के होते हैं –

UEFI – UEFI (यूनिफाइड एक्स्टेंसिबल फ़र्मवेयर इंटरफ़ेस) अधिक आधुनिक GUID पार्टीशन टेबल (GPT) तकनीक के स्थान पर मास्टर बूट रिकॉर्ड (MBR) दृष्टिकोण का उपयोग करके 2.2 TB या बड़ी ड्राइव को समायोजित कर सकता है। हालांकि इंटेल पीसी लीगेसी BIOS से और यूईएफआई फर्मवेयर की ओर माइग्रेट करते हैं, ऐप्पल के मैक पीसी द्वारा कभी भी BIOS का उपयोग नहीं किया गया है।

Legacy BIOS – पुराने मदरबोर्ड में पीसी को चालू करने के लिए BIOS पर लीगेसी फर्मवेयर होता है। यद्यपि यह नियंत्रित करता है कि सीपीयू और घटक कैसे कम्यूनिकेट करते हैं, जैसे UEFI, लीगेसी BIOS की अन्य सीमाएं हैं। ये 2.1 टीबी से बड़े ड्राइव की पहचान नहीं कर सकते हैं, और उनके सेटअप प्रोग्राम में टेक्स्ट-ओनली मेन्यू होते हैं।

BIOS का उपयोग – Use Of BIOS In Hindi

BIOS का मुख्य उपयोग ऑपरेटिंग सिस्टम और उनके द्वारा चलाए जाने वाले हार्डवेयर के बीच एक Middlemen के रूप में कार्य करना है. BIOS सैद्धांतिक रूप से हमेशा माइक्रोप्रोसेसर और Input/Output डिवाइस कंट्रोल इनफार्मेशन और डेटा फ्लो के बीच मध्यस्थ या intermediary होता है

हालांकि कुछ मामलों में BIOS, डिवाइस से सीधे मेमोरी में डेटा flow करने की व्यवस्था कर सकता है. जैसे कि वीडियो कार्ड, जिसे बहेतर ढंग से कार्य करने के लिए तेज़ डेटा flow की आवश्यकता होती है

BIOS एक हार्डवेयर हैं या सॉफ्टवेयर?

BIOS एक विशेष सॉफ्टवेयर है जो आपके कंप्यूटर के प्रमुख हार्डवेयर कंपोनेंट को ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ इंटरफेस करता है। यह आमतौर पर मदरबोर्ड पर फ्लैश मेमोरी चिप पर स्‍टोर होता है, लेकिन कभी-कभी चिप एक अन्य प्रकार का ROM होता है।



बायोस को अपडेट कैसे करे?

अगर आपको नहीं पता है की बायोस को अपडेट क्यों करते है तो मैं आपको बता दूँ की बायोस को अपडेट करने से आप पुराने मदरबोर्ड में नए CPU को लगा सकते है जैसे अगर आपके पास एक 6th जेनरेशन का मदरबोर्ड और 7th जेनरेशन का प्रोसेसर है तो आप बायोस को अपडेट करके 6th जेनरेशन के मदरबोर्ड में 7th जेनरेशन के प्रोसेसर को चला सकते है। बायोस अपडेट दो तरीको से होता है एक तो विंडो के द्वारा आप bios को अपडेट कर सकते है लेकिन इसके लिए आपको कंप्यूटर में विंडो होनी चाहिए। इसके अलावा दूसरा तरीका है पेनड्राइव में बायोस की फाइल को डालकर आप bios को boot करके बायोस को अपडेट कर सकते है।

आज मैं आपको दोनों तरीके एक एक करके बताऊंगा।

अगर आपके कंप्यूटर में विंडो नहीं है और आप bios को अपडेट करना चाहते है तो आप दूसरे वाले तरीके से ही बायोस को अपडेट करे।

  • विंडो के द्वारा बायोस अपडेट करे – सबसे पहले आपको जिस भी कंपनी का आपका motherboard है उस कंपनी की ऑफिशल वेबसाइट में जाना है और वहाँ से अपने मदरबोर्ड का लेटेस्ट बायोस डाउनलोड करना है। इसके बाद आपको अपने बायोस की ऑफिशल यूटिलिटी चलानी है और वहाँ आपको अपडेट का ऑप्शन मिलेगा। वहाँ से आप आपने सेटअप को run करने बायोस को अपडेट कर सकते है।
  • डायरेक्ट बायोस अपडेट करे – इसके लिए आपको एक पेनड्राइव और उसमें बायोस का सेटअप चाहिए जो आपने डाउनलोड किया था। ध्यान रहे अगर सेटअप zip फाइल में हुआ तो आप उसे पहले ही extract कर ले। इसके बाद आपको कंप्यूटर को रीस्टार्ट करके बायोस को खोलना है और फिर एडवांस ऑप्शन में जाकर बायोस को अपडेट करना है।

सावधानी  बायोस को अपडेट करने से पहले आपको कुछ बाते ध्यान में रखनी है जैसे अगर आपके पास एक कंप्यूटर है और उस कंप्यूटर में UPS नहीं है तो मैं आपको यही सलहा दूंगा की आप बाहर किसी शॉप से ही बायोस को अपडेट करवाए क्योकि अगर bios अपडेट करते समय बिजली चली गयी तो आपका मदरबोर्ड खत्म यानी died हो जाएगा। अगर आपके पास लैपटॉप है तो बायोस को अपडेट करने से पहले अपने लैपटॉप को पूरा चार्ज रखे।

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 विंडोज 10 पर BIOS में कैसे एंटर करूं?

1: बूट-अप के दौरान हॉटकी का उपयोग करें

आपके लिए यह बहुत जलदी हो सकता है कि आपने कभी गौर किया हो, लेकिन आपका पीसी आपकी स्टार्टअप स्क्रीन को जितनी जलदी हो सके लोड करने के लिए एक तेज़ POST प्रक्रिया से गुजरता है। यह इस कड़े समय वाली विंडो के भीतर भी है कि आप अपने पीसी की निर्दिष्ट हॉटकी पर क्लिक करके अपने BIOS तक पहुंच सकते हैं। दुर्भाग्य से, BIOS में एंटर करने के लिए विभिन्न पीसी ब्रांड अलग-अलग कीज का उपयोग करते हैं। HP लैपटॉप आमतौर पर F10 या Escape कीज का उपयोग करते हैं।

DEL और F2 पीसी के लिए सबसे लोकप्रिय हॉटकी हैं, लेकिन यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि आपके ब्रांड की हॉटकी क्या है, तो ब्रांड द्वारा सामान्य BIOS कीज की यह लिस्‍ट मदद कर सकती है।

  • Acer: F2 या DEL
  • ASUS: सभी पीसी के लिए F2, मदरबोर्ड के लिए F2 या DEL
  • Dell: F2 या F12
  • HP: ESC या एफ 10
  • Lenovo: F2 या Fn + F2
  • Lenovo (डेस्कटॉप): F1
  • Lenovo (थिंकपैड्स): Enter + F1
  • MSI: मदरबोर्ड और पीसी के लिए DEL
  • Samsung: F2
  • Sony: F1, F2, या F3
  • Toshiba: F2

आपके कंप्यूटर के बूट होने के दौरान आपके असाइन किए गए BIOS हॉटकी को दबाने से आप BIOS सेटअप स्क्रीन में आ जाएंगे।



BIOS कैसे काम करता है – How BIOS works In Hindi

BIOS, मदरबोर्ड पर एक चिप पर Firmware के रूप में कंप्यूटर के साथ शामिल होता है. इसके विपरीत Windows या iOS जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) को या तो निर्माता या विक्रेता द्वारा pre-installed किया जा सकता है या यूजर द्वारा install किया जा सकता है BIOS एक प्रोग्राम है जिसे माइक्रोप्रोसेसर के लिए Erasable Programmable Read-Only Memory (EPROM) चिप पर एक्सेस किया जा सकता है.

जब यूजर अपने कंप्यूटर को चालू करते हैं तो माइक्रोप्रोसेसर BIOS प्रोग्राम को कंट्रोल पास करता है. जो EPROM पर हमेशा एक ही स्थान पर स्थित होता है जब BIOS कंप्यूटर को Boot करता है तो यह पहले यह निर्धारित करता है कि सभी आवश्यक attachment जगह पर हैं और चालू हैं. हार्डवेयर का कोई भी हिस्सा या भाग जिसमें ऐसी फाइलें होती हैं जिनकी जरूरत कंप्यूटर को Start होने के लिए होती है Boot device कहलाती है

परीक्षण और सुनिश्चित करने के बाद कि Boot device काम कर रहे हैं. फिर BIOS, ऑपरेटिंग सिस्टम या इसके प्रमुख भागों को Hard disk या Disk Drive (Boot Device) से कंप्यूटर की RAM में लोड करता है

BIOS को कैसे रीसेट करें (How To Reset BIOS In Hindi)

अगर आपकी PC में Booting की Problem आ रही है तो आप BIOS Setting को Reset कर सकते हैं और उसे Default पर Set कर सकते हैं. इसके लिए आप निम्न Step Follow करें.

  • सबसे पहले Power Button दबाकर PC को पूरी तरह से Off कर लें.
  • अब PC को Restart करें और BIOS Access करने के लिए Key Press करें.
  • Setup Default वाले विकल्प पर क्लिक करें.
  • F10 Press करें और Changes को Save करने के लिए Enter Key Press करें. और BIOS Setting से बाहर निकलें.
  • इस प्रकार से आप BIOS को Reset करके Default पर Set कर सकते हो.

आज हम ने सीखा

तो दोस्तों मेने आपको इस artical मे मेने What Is BIOS In Hindi? BIOS Full Form के बारे मे बताया है। अगर आपको ये artical अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें |

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