Network Kya Hai In Hindi , Network के इतिहास , History Of Network In Hindi , Network में इस्तेमाल होने वाले डिवाइस , Repeater , Hub , Gateway , Switch , Router , Routing Switch , Bridge , Modem , कंप्यूटर Network के उपयोग , Uses of Network in Hindi , Network के फायदे , Advantage of Network in Hindi , Network के नुकसान , Disadvantage Of Network In Hindi
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Network Kya Hai In Hindi: आज के समय में हर कोई व्यक्ति Network का इस्तेमाल करता है चाहे वह मोबाइल Network हो या कंप्यूटर Network है. बिना Network के हम दूर बैठे किसी व्यक्ति से आसानी से बात कर सकते हैं. अपनी इमेज, विडियो आदि शेयर कर सकते हैं.

पर कभी आपके मन में ये सवाल आया कि Network क्या है, Network कितने प्रकार का होता है, Network के उपयोग क्या हैं और Network के फायदे और नुकसान क्या है. अगर आपके मन में ऐसे ही सवाल आते हैं और आप इनका जवाब जानना चाहते हो तो आप एकदम सही लेख पर आये हो.



आज के इस लेख के माध्यम से हम आपको आसान शब्दों में Network के बारे में बताने वाले हैं, इस लेख को पढने के बाद आपको Network क्या होता है के बारे में समझने में आसानी होगी. तो चलिए आपका ज्यादा समय न लेते हुए शुरू करते हैं इस लेख को और जानते हैं |

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Network Kya Hai In Hindi

जब एक से अधिक कम्प्युटर आपस में किसी माध्यम (तार, बेतार) के जरिये एक-दूसरे से जुड जाते हैं तो इसे Network कहते हैं. इस दौरान ये आपस में एक-दूसरे से संचार, डाटा आदान-प्रदान, संसाधन शेयर इत्यादि कार्य करते हैं. कम्प्युटर Network में एक साथ दर्जनों, सैंकडों, हजारों कम्प्युटर आपस में कनेक्टेड रहते हैं. जब किसी Network से किसी डिवाईस को कनेक्ट किया जाता है तो इसे नेटवर्किंग करना कहते हैं.

Network से जुडे हुए प्रत्येक डिवाईस (कम्प्युटर) को Node (नोड) कहते हैं. और जो कम्प्युटर Network के लिए संसाधन (Resources) मुहैया कराता हैं उसे सर्वर (Server) कहते हैं. नोड्स यानि आपके कम्प्युटर को Network से जुडने के लिए एक माध्यम की जरूरत पडती हैं. और इन माध्यमों में केबल, ऑप्टिक फाईबर केबल, वाई-फाई, ब्लुटूथ, सैटेलाईट, इंफ्रारैड आदि शामिल होते हैं. तथा Network डिवाईसों का भी इस्तेमाल किया जाता हैं.

Network का सबसे बढिया और समझने लायक उदाहरण इंटरनेट हैं. यह दुनिया का सबसे व्यस्तम और वृह्द कम्प्युटर Network हैं. जिसके माध्यम से आप इस लेख को पढ पा रहे है. एक कप्युटर Network कम्प्युटर, सर्वर, मेनफ्रेम कम्प्युटर, स्मार्टफोन, टेलिफोन, प्रिंटर्स, अन्य Network डिवाईस (Hub, Modem, Switches, Bridges) आदि का समूह होता हैं. नेटवर्किंग के दौरान संसाधनों का आदान-प्रदान होता हैं. जिसे Resource Sharing कहा जाता हैं.

Network के इतिहास | History Of Network In Hindi

Network की शुरुआत कई साल पहले 1960 से 1970 के लगभग में हो गई थी उस Network का नाम है ARPANET जिसके पूरा नाम –  Advanced Research Projects Agency Network के नाम से जानते हैं। शुरुआत में Network का मकसद था Terminals और remote job entry station को mainframe के साथ जोड़ने का लेकिन ARPANET में उस वक्त Resource Sharing का कांसेप्ट डालने का साधन नहीं था।




ARPANET उस समय काफी भरोसेमंद हुआ करता था क्योंकि यह packet switching तकनीक का इस्तेमाल किया करता था। circuit switching के स्थान पर, ARPANET को अमेरिका के Defence विभाग में शामिल किया गया। जिससे वह encrypted message भेज सकें।

इसको USA के अलग-अलग यूनिवर्सिटी में जोड़ने में मदद मिला। Businessman भी इसका इस्तेमाल करने लगे धीरे-धीरे और Development होता गया और आज की दुनिया में सबसे बड़ा Network हो चुका है। जिसको हम लोग Internet के नाम से जानते हैं। 

Network में इस्तेमाल होने वाले डिवाइस

Signals की वास्तविक शक्ति को बढ़ाने के लिए Networking Devices का प्रयोग किया जाता है। इसके अतिरिक्त Network Devices का प्रयोग दो या दो से अधिक Computers को आपस में जोड़ने के लिए भी किया जाता है। कुछ प्रमुख नेटवर्किंग युक्तियाँ निम्न हैं:

#1 Repeater

रिपीटर क्या है? यह एक Electronic Device होता हैं, जो निम्न स्तर (Low level) के Signals को प्राप्त (Receive) करके उन्हें उच्च स्तर का बनाकर वापस भेजते हैं। इस प्रकार Signals लंबी दूरियों को बिना बाधा के लिये कर सकते हैं। Repeater का प्रयोग कमजोर पड़ चुके Signals एवं उनसे होने वाली समस्याओं से बचाता है।

Repeater का प्रयोग नेटवर्क में Computers को एक-दूसरे से जोड़ने वाले Cable की लम्बाई बढ़ाने में किया जाता है। इनकी उपयोगिता सर्वाधिक उस समय होती है, जब Computers को आपस में जोड़ने के लिए काफी लम्बी Cable की आवश्यकता होती हैं।

#2 Hub

हब क्या है? इसका प्रयोग ऐसे स्थान पर किया जाता है, जहां नेटवर्क की सारी Cable मिलती है। ये एक प्रकार का Repeater होता है जिसमें नेटवर्क चैनलों को जोड़ने के लिए Ports लगे होते हैं। आमतौर पर एक Hub में 4, 8, 16, अथवा 24 Port लगे होते हैं। इसके अतिरिक्त Hub पर प्रत्येक Port के लिए एक Indicator Light (Light Emitting Diode-LED) लगी होती है। जब Port से जुड़ा computer ON होता है तब लाइट जलती रहती है।

Hub में Computers को जोड़ना अथवा Hubs को आपस में जोड़ना या हटाना बहुत सरल होता है। एक बड़े Hub में करीब 24 Computers को जोड़ा जा सकता है। इससे अधिक Computers को जोड़ने के लिए एक अतिरिक्त Hub का प्रयोग किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में (दो या अधिक Hubs को आपस में जोड़ना) को Daisy Chaining कहते हैं।

#3 Gateway

गेटवे क्या है? यह एक ऐसी युक्ति है, जिसका प्रयोग दो विभिन्न network protocol को जोड़ने के काम आता है। इन्हें प्रोटोकॉल परिवर्तक (Protocol converters) भी कहते हैं। ये firewall की तरह कार्य करते हैं।

#4 Switch

स्विच क्या है? यह वे Hardware होते हैं जो विभिन्न Computers को एक LAN में जोड़ते हैं। स्विच को Hub के स्थान पर उपयोग किया जाता है। Hub तथा Switch के मध्य एक महत्वपूर्ण अंतर यह है, कि Hub स्वयं तक आने वाले डेटा को अपने प्रत्येक Port पर भेजता है, जबकि Switch स्वयं तक आने वाले डेटा को केवल उसके गन्तव्य स्थान (Destination) तक भेजता है।

#5 Router

रोउटर क्या है? इसका प्रयोग नेटवर्क में डेटा को कहीं भी भेजने में करते हैं, इस प्रक्रिया को Routing कहते हैं। Router एक Junctions की तरह कार्य करते हैं। बड़े नेटवर्कों में एक से अधिक रूट होते हैं, जिनके जरिए सूचनाएँ अपने गंतव्य स्थान तक पहुँच सकती है। ऐसे में Routes ये तय करते हैं, कि किसी सूचना को किस रास्ते से उसके गन्तव्य तक पहुँचाना है।

#6 Routing Switch

रोउटिंग स्विच क्या ह? ऐसे स्विच, जिनमें Router जैसी विशेषताएँ होती हैं, Routing Switch कहलाते हैं। ये नेटवर्क के किसी कम्प्यूटर तक भेजी जाने वाली सूचनाओं को पहचान कर, उन्हें रास्ता दिखाते हैं। Routing Switch, सूचनाओं को सबसे सही रास्ता खोजकर उनके गंतव्य स्थान तक पहुँचाता हैं।

#7 Bridge

ब्रिज क्या है? यह छोटे नेटवर्कों को आपस में जोड़ने के काम आते हैं, ताकि ये आपस में जुड़कर एक बड़े नेटवर्क की तरह काम कर सकें। Bridge एक बड़े या व्यस्त नेटवर्क को छोटे हिस्सों में बांटने का भी कार्य करता है। व्यस्त नेटवर्क को तब बाँटा जाता है जब नेटवर्क के एक हिस्से को बाकी हिस्सों से अलग रखा जाना हो।



#8 Modem

मॉडेम क्या है? यह analog signals को digital signals में तथा digital signals को analog signals में बदलता है। एक Modem को हमेशा एक टेलीफोन लाइन तथा कम्प्यूटर के मध्य लगाया जाता है।

digital signals को analog signals में बदलने की प्रक्रिया को modulation तथा analog signals को digital signals में बदलने की प्रक्रिया को Demodulation कहते हैं।

कंप्यूटर Network के उपयोग (Uses of Network in Hindi)

कंप्यूटर Network का इस्तेमाल निम्न कार्यों के लिए किया जाता है –

  • Network की मदद से एक कंप्यूटर दुसरे कंप्यूटर के साथ आसानी से डेटा का आदान – प्रदान कर सकता है.
  • Network के इस्तेमाल से Communication  करना बहुत ही आसान हो गया है. हम दूर बैठे किसी व्यक्ति से ऐसे बात कर सकते हैं जैसे कि वह हमारे पास में ही हो.
  • Network की मदद से हम डेटा के साथ – साथ संसाधनों को भी शेयर कर सकते है.
  • Network का उपयोगसॉफ्टवेयर को शेयर करने के लिए भी किया जाता है.

Network के फायदे (Advantage of Network in Hindi)

एक कंप्यूटर Network के बहुत सारे फायदे हैं जो कि निम्न प्रकार से हैं

  • Network की मदद से हम कम्युनिकेशन करना बहुत ही आसान है. लोग अन्य लोगों के समूहों के साथ आसानी से Communicate कर सकते हैं.
  • Network के माध्यम से हम किसी भी फाइल का आदान – प्रदान बहुत ही आसानी के साथ कर सकते हैं.
  • Network का सबसे बड़ा फायदा यह भी है कि हमहार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों को शेयर कर सकते हैं. जैसे प्रिंटर को एक Network में यूजर के बीच में शेयर किया जा सकता है.
  • Network में डेटा को ट्रान्सफर करने की स्पीड बहुत ही Fast होती है.
  • Network पर हम किसी संवेदनशील फाइल को पासवर्ड के द्वारा भी सुरक्षित कर सकते हैं.

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Network के नुकसान (Disadvantage Of Network In Hindi)

जिस प्रकार से एक सिक्के के दो पहलु होते हैं उसी प्रकार से Network के फायदों के साथ कुछ नुकसान भी हैं.

 Network के कुछ नुकसान निम्न हैं –

  • Network में हैकिंग का खतरा भी होता है.
  • Network में कंप्यूटर वायरस एक कंप्यूटर से दुसरे कंप्यूटर में आसानी से फ़ैल सकते हैं.
  • एक बड़े Network का प्रबंधन करना बहुत ही जटिल होता है इसके लिए Training की आवश्यकता होती है.
  • Network बनाने के लिए Network Cabling और File Servers की कीमत महंगी हो सकती है.



आज हम ने सीखा

तो दोस्तों मेने आपको इस artical मे मेने Network Kya Hai In Hindi के बारे मे बताया है। अगर आपको ये artical अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें |

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One Comment

  1. I don’t think the title of your article matches the content lol. Just kidding, mainly because I had some doubts after reading the article.

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