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Computer Programming Kya Hai? Types Of Computer Programs In Hindi

computer programming kya hai? :- तो दोस्तो आज की post मे हम जानेगे की computer programming kya hai ? types of computer programs in Hindi के बारे मै अगर आपको पहले से प्रोगरामिंग के बारे में कोई जानकारी नई है, तो कोई बात नहीं आज हमआपको  computer programming kya hai? और इससे जुडी हुई सभी जानकारी को बताने वाले हैं,

जो की आपके बहुत काम आ सकती है. और अगर आपको पहले से  computer programming kya hai? के बारे में थोड़ा बहौत भी नॉलेज है तो ये बहौत अच्छी बात होगी और आपको और भी सीखने को मिलेगा.



Computer Programming Kya Hai?

जैसे हम लोग एक दूसरे की भाषा समझकर अपना काम पूरा कर पाते है ठीक उसी तरह अगर सामने वाला व्यक्ति हमारी Language को नही जनता तो हम उससे अपने काम को करने के लिए नहीं कह सकते। कंप्यूटर को Instruction देने के लिए हम एक Program तैयार करते है और ये Program कंप्यूटर को दिए जाने वाले Instruction का एक Set होता है|

Program जितना सटीक, स्पष्ट और सही होगा कंप्यूटर आपको उतना ही सही और सटीक Answer देगा आप Instruction को लिखने के लिए जिन Language का Use करते है उसे Programming Language कहते है।

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Types of computer programs in Hindi

आमतौर पर, Program या Software के दो मुख्य प्रकार होते हैं, System Software और Application Software.

  • System Software

System Software एक प्रकार का Computer Program है जिसे कंप्यूटर के Hardware और Application Program को चलाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसके अलावा, यह Operating System (OS) को चलाने और कंप्यूटर Device को पूरी तरह से Manage करने के लिए पूरी तरह से जिम्मेदार है. यह एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो अन्य सॉफ्टवेयर को प्लेटफॉर्म प्रदान करता है.

कुछ उदाहरण Operating System (जैसे Linux, Android and Microsoft Windows और MacOs), Antivirus Software, Search Engines,आदि.सिस्टम सॉफ़्टवेयर पीछे में चलता है और अंतिम उपयोगकर्ताओं द्वारा उपयोग नहीं किया जाता है. इसका उद्देश्य अन्य Sources से प्राप्त Input का अनुवाद करना और उन्हें भाषा में परिवर्तित करना है ताकि मशीन समझ सके.

Features of System Software in Hindi – सिस्टम सॉफ्टवेयर की विशेषताएं

  • सिस्टम सॉफ्टवेयर, सिस्टम के करीब होता है.
  • निम्न-स्तरीय भाषा में लिखा गया है.
  • आकार में छोटा होता है.
  • सीधे हार्डवेयर से जोड़ता है जो कंप्यूटर को चलाने में सक्षम बनाता है.
  • Speed काफी तेज होता है.
  • Application Software

Application Software कंप्यूटर प्रोग्राम है जो उपयोगकर्ता या User को विशेष कार्यों को करने में मदद करता है. इसका प्रोग्राम सिस्टम सॉफ्टवेयर की तुलना में अपेक्षाकृत आसान होता है. यह सॉफ्टवेयर सिस्टम सॉफ्टवेयर पर निर्भर करता है और यह इसके बिना नहीं चल सकता लेकिन Application Software के बिना कंप्यूटर चल सकता है. Application Software के कुछ उदाहरण आपको बता दूँ, जैसे Microsoft एक्सेल, वर्ड, पॉवरपॉइंट, आउटलुक, फोटोशॉप, इत्यादि.




Features of Application Software in Hindi – एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर की विशेषताएं

  • अधिक Storage की आवश्यकता होती है क्योंकि यह आम तौर पर बड़ा होता है.
  • आम तौर पर High Level Language में लिखा जाता है.
  • डिजाइन करने में आसान होता है.
  • उपयोगकर्ता (User) के लिए अधिक Interactive होता है.

मुझे उम्मीद है आपको Computer Programming Kya Hai समझ में आ गया होगा तो चलिए अब हम लोग प्रोग्रामिंग क्या है समझते हैं.

प्रोग्रामिंग क्या है? (What is Programming in Hindi?)

प्रोग्रामिंग एक ऐसा प्रोसेस है जिससे किसी कंप्यूटर प्रोग्राम को डिजाईन किया जाता है। किसी problem को solve करने या कोई task perform करने के लिए एक प्रोग्राम के अंदर कई सारे instructions होते हैं और इन instructions को प्रोग्रामर द्वारा लिखा जाता है। इस प्रोसेस में प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का उपयोग कर code लिखा जाता है।

requirement के अनुसार programming आसान भी हो सकता है और बहुत अधिक जटिल भी हो सकता है। कई बार प्रोग्रामिंग को कोडिंग भी कहा जाता है। हालाँकि coding प्रोग्रामिंग का सिर्फ एक हिस्सा है।

Steps of Programming

Programming के कई सारे steps होते हैं जिनमे से 5 main steps निचे दिए गये हैं:

  1. प्रॉब्लम को समझना: प्रोग्रामर को सबसे पहले उस समस्या को समझना पड़ता है जिसे कंप्यूटर के द्वारा सुलझाया जाना है।
  2. समाधान खोजना: इसके बाद problem का solution ढूँढा जाता है और योजना बनायीं जाती है।
  3. प्रोग्राम की कोडिंग करना:कंप्यूटर के द्वारा उस काम को करने के लिए instruction लिखना पड़ता है और इसके लिए उचित प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को चुनकर कोडिंग करनी पड़ती है।
  4. प्रोग्राम की टेस्टिंग करना:बनाये गये प्रोग्राम को अलग-अलग तरह से test किया जाता है और result की analysis की जाती है।
  5. Documentation तैयार करना:उस प्रोग्राम को समझाने के लिए अलग डाक्यूमेंट्स तैयार किये जाते हैं। जैसे end user documentation, programmer documentation, operator documentation आदि।

प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या है? What is Programming Language in Hindi?

प्रोग्रामिंग लैंग्वेज एक प्रकार की कंप्यूटर भाषा है जिसका उपयोग का प्रोग्रामर कोड लिखता है और कंप्यूटर प्रोग्राम, सॉफ्टवेयर, application आदि तैयार करता है। जैसा की आपको पता है की हमारा कंप्यूटर केवल बाइनरी यानि 1, 0 की भाषा ही समझता है और शुरुआत के समय में कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग इसी 1 और 0 की भाषा में की जाती थी।

लेकिन इस binary language को समझना हम इंसानों के लिए काफी मुश्किल काम है। यही वजह है की programming language का आविष्कार हुआ। दरअसल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज हमारे और कंप्यूटर के बीच एक ब्रिज का काम करता है। यहाँ पर ध्यान देने वाली बात यह है की कंप्यूटर programming language में लिखे गये Instruction को सीधे तौर पर नही समझता इसके लिए ऐसे सॉफ्टवेयर की जरुरत पड़ती है जो इस language को binary language में convert कर दे।



प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के प्रकार – Types of Programming Language in Hindi

प्रोग्रामिंग लैंग्वेज मुख्य रूप से 3 प्रकार के होते हैं:

  1. Machine Language
  2. Assembly Language
  3. High Level Language
  • Machine Language

मशीन लैंग्वेज ऐसी भाषा है जिसमे binary digits (0, 1) उपयोग होते हैं और सारे commands 0 और 1 के फॉर्मेट में होते हैं जिसे कंप्यूटर आसानी से समझ जाता है। इस भाषा को कंप्यूटर का CPU (Central Processing Unit) सीधे तौर पर समझता है। यह कंप्यूटर की first generation language है इसे समझना हम इंसानों के लिए कठिन है।

  • Assembly Language

यह कंप्यूटर की second generation language है। इसे low level language माना जाता है। इसमें binary digits की जगह keyword का उपयोग होता है। assembly language को machine code में convert करने के लिए assembler का उपयोग किया जाता है। यह मशीन लैंग्वेज की तुलना में थोडा आसान होता है।

  • High Level Language

High level programming language को समझना बहुत आसान होता है क्योंकि इसमें English keywords और symbols का उपयोग होता है। इस प्रकार के लैंग्वेज के लिए compiler की जरुरत पड़ती है। compiler का काम high level language को machine code में translate करना है। C, C++, PHP, JavaScript आदि हाई लेवल लैंग्वेज के उदाहरण हैं।

प्रोग्रामिंग कैसे सीखें?

दोस्तों अपने ये तो जान लिआ की Programming क्या है? और इससे जुडी हुई कुछ जरुरी बातों के बारे में भी सायद आप समझ गए होंगे तो आइये अब जानते हैं की अगर आपकी रूचि है प्रोगरामिंग या coding सीखने के लिए तो आपको क्या करना होगा, आप कैसे प्रोगरामिंग सीख सकते हैं.

कोडिंग सीखने के लिए आपको सबसे पहले तो बेसिक चीज़ों से स्टार्टिंग करनी होगी, दोस्तों ये जरुरी नहीं है, कोडिंग या प्रोगरामिंग करने के लिए आपके पास सॉफ्टवेयर इंजीनियर की डिग्री होनी चाहिए, अगर आपके पास डिग्री नहीं है, तो कोई बात नहीं आप फिर भी मेहनत करके प्रोगरामिंग सीख सकते हैं. प्रोगरामिंग या कोडिंग सीखने के लिए आपको बहोत ज्यादा मेहनत करने की जरुरत नहीं है,

बस सब कुछ आपको आपके दिमाग के हिसाब से करना है, और आप इसमें माहिर होजाएंगे. वैसे आपको तो ये पता हे होगा की कोई भी चीज़ को अगर हमे अच्छे से सीखना है तो उसके लिए हमे वो चीज़ बहोत ध्यान लगा कर करनी चाइये, और कोडिंग में भी कुछ एसा हे करना होता है.




प्रोगरामिंग सीखने के लिए आपको इंग्लिश भी आनी चाहिए मतलब इतनी आनी चाइये की आपको इंग्लिश के वर्ड्स जो प्रोगरामिंग में यूज़ किये जाते हैं, उनको समझने में कोई दिक्कत न आये, बस फिर आप भी प्रोगरामिंग कर सकते हैं, और एक प्रोग्रमार बन सकते हैं.

प्रोगरामिंग सीखने के लिए आपको बेसिक चीज़ों जैसे C++ कंप्यूटर प्रोगरामिंग के लिए और HTML वेब डेवलपमेंट के लिए. Offline और online कोडिंग सीख सकते हैं

  • ऑफलाइन प्रोगरामिंग कैसे सीखें?

अगर आप ऑफलाइन प्रोगरामिंग सीखना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको अपने आस पास कोई अच्छी कोचिंग देखनी होगी, जहाँ से आप प्रोगरामिंग सीख सकते हैं, अगर आपको ज्यादा नॉलेज नहीं है की कौनसी कोचिंग अच्छी है तो आप किसी अपने पहचान वाले की मदद ले सकते हैं,

फिर आप Google में सर्च कर सकते हैं की best programming coaching near me सर्च कर सकते हैं, जिसके बाद आपको आपके पास में जितनी भी कोचिंग क्लास होंगी उनकी जानकारी मिल जाएगी.

  • ऑनलाइन प्रोगरामिंग कैसे सीखें?

अगर आप कोचिंग नहीं जाना चाहते हैं, और या अगर आप कोचिंग जाने के बाद भी ऑनलाइन प्रोगरामिंग सीखना चाहते हैं तो इसके लिए एसी बहौत सारी फ्री और पेड वेबसाइट हैं जहाँ से प्रोगरामिंग सीख सकते हैं, कुछ बेसिक चीज़ें तो आपको YouTube पर भी सीखने को मिल जाती हैं.

Read More :- Operating System क्या है? परिभाषा, प्रकार, कार्य, विशेषताएं

Free programming लर्निंग Websites

  • W3Schools
  • com
  • Codeconquest
  • Codechef
  • Coderbyte
  • freeCodeCamp

  • Codecademy
  • Treehouse
  • Udemy
  • Coursera
  • Khan Academy

Benefits of Programming in Hindi

  • रोजगार के अवसर देता है.
  • रचनात्मक सोच (Creative Thinking) को अच्छा करता है.
  • समस्या सुलझाने (Problem Solving) कौशल को अच्छा करता है.
  • अगर आपको प्रोग्रामिंग आती है तो आप वेबसाइट,गेम, इत्यादि भी बना सकते है.
  • यह आपकी सोचने की सकती को बढ़ता है.
  • आप दूर या घर से बैठ के नौकरी कर सकते है.



आपको कंप्यूटर प्रोग्रामिंग क्यों सीखना चाहिए ?

  • आप अधिक कुशल और उत्पादक बन जाते हैं.
  • समस्या को सुलझाने और आपके सोचने के कौशल में सुधार करता है.
  • प्रोग्रामिंग सीखने के बाद आपके लिए बहुत सारे नौकरियों का अवसर खुल जाते है.
  • आप आसानी से मनचाहा सॉफ्टवेयर या वेबसाइट बना सकते हैं.
  • आकर्षक और अच्छी सैलरी है इस Field में.

आज हम ने सीखा

तो दोस्तों मेने आपको इस artical मे मेने computer programming kya hai? types of computer programs in Hindi के बारे मे बताया है। अगर आपको ये artical अच्छा लगा हो तो अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें |

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This Post Has 2 Comments

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